गेहूं बेचने की तैयारी कर रहे किसानों के लिए बड़ी खबर! 1 मार्च से सरकार समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीदी शुरू करने जा रही है। लेकिन इस बार कुछ नए नियम लागू किए गए हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी होगा। अगर आप भी अपना गेहूं समर्थन मूल्य पर बेचना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि इस बार गेहूं का MSP कितना तय किया गया है और क्या हैं खरीद प्रक्रिया के नए नियम।
गेहूं समर्थन मूल्य 2024-25
सरकार ने इस साल गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹2,275 प्रति क्विंटल तय किया है। यह पिछले साल के मुकाबले ₹150 अधिक है, जिससे किसानों को सीधा फायदा मिलेगा।
गेहूं बेचने के लिए जरूरी नियम
सरकार ने इस साल गेहूं खरीद के लिए कुछ जरूरी नियम लागू किए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा।
नियम | विवरण |
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पंजीकरण जरूरी | किसानों को पहले ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण कराना होगा। |
बैंक खाता अनिवार्य | भुगतान केवल सीधे बैंक खाते में किया जाएगा। |
जमीन के दस्तावेज | किसान को अपनी भूमि के कागजात दिखाने होंगे। |
नमी की सीमा | गेहूं में नमी की मात्रा 12% से अधिक नहीं होनी चाहिए। |
खरीद केंद्र का चयन | पंजीकरण के दौरान नजदीकी खरीद केंद्र का चयन करना होगा। |
कहां और कैसे करें पंजीकरण?
गेहूं बेचने के लिए राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या कृषि उपज मंडी समिति के कार्यालय में जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।
ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
- राज्य की खाद्य विभाग या मंडी बोर्ड की वेबसाइट पर जाएं।
- “किसान पंजीकरण” सेक्शन में अपनी जानकारी भरें।
- अपना आधार नंबर, बैंक खाता और भूमि विवरण दर्ज करें।
- पंजीकरण की पुष्टि प्राप्त करें और खरीदी केंद्र पर समय से गेहूं लेकर जाएं।
गेहूं बेचने के फायदे
- समर्थन मूल्य पर निश्चित भुगतान
- सीधे बैंक खाते में पैसे का ट्रांसफर
- किसानों को दलालों से छुटकारा
- भविष्य में सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ मिलने की संभावना