रितु धवन और रजत शर्मा भारतीय मीडिया जगत की ऐसी जोड़ी हैं, जिन्होंने मिलकर इंडिया टीवी को भारत के सबसे बड़े और विश्वसनीय समाचार चैनलों में शामिल किया। रितु धवन, जिनका जन्म 20 अक्टूबर 1973 को मुंबई में हुआ था, इंडिया टीवी की सीईओ हैं और उन्होंने चैनल की शुरुआत से लेकर इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने तक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में इंडिया टीवी न केवल सबसे ज्यादा देखे जाने वाले न्यूज चैनलों में से एक बना, बल्कि विश्वसनीयता और उत्तरदायित्व का प्रतीक भी बना।
रजत शर्मा, जो रितु धवन के जीवनसाथी होने के साथ-साथ इंडिया टीवी के निर्माता और चेयरमैन भी हैं, ने इस सफर में उनकी ताकत को दोगुना कर दिया। रजत शर्मा एक मशहूर भारतीय पत्रकार और टीवी होस्ट हैं, जो ‘आप की अदालत’ जैसे बेहद लोकप्रिय शो के लिए जाने जाते हैं। 1980 के दशक में पत्रकारिता की दुनिया में कदम रखने वाले रजत शर्मा ने ऑनलुकर पत्रिका से शुरुआत की और बाद में इंडियन एक्सप्रेस, संडे ऑब्जर्वर, और डेइली जैसे प्रतिष्ठित अखबारों में भी काम किया। उनकी पत्रकारिता की गहरी समझ और तेज-तर्रार व्यक्तित्व ने उन्हें भारतीय मीडिया का एक बड़ा चेहरा बना दिया।
इंडिया टीवी की स्थापना 1992 में हुई थी, जब रजत शर्मा ने भारतीय दर्शकों को एक नया और विश्वसनीय न्यूज प्लेटफॉर्म देने का सपना देखा। इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए रितु धवन ने उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। उन्होंने चैनल की रणनीति, कंटेंट मैनेजमेंट, और मार्केटिंग पर फोकस करते हुए इसे एक सशक्त ब्रांड बनाया। इसके साथ ही, रितु ने महिलाओं के अधिकारों और समान वेतन के लिए भी उल्लेखनीय काम किया, जिससे कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए एक बेहतर माहौल तैयार हुआ। उनकी लीडरशिप और दूरदर्शिता ने इंडिया टीवी को सफलता के शिखर तक पहुंचा दिया।
हालांकि रितु धवन को अक्सर रजत शर्मा की पत्नी के रूप में पहचाना जाता है, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत से खुद की एक अलग पहचान बनाई है। रजत शर्मा की पत्रकारिता में विशेषज्ञता और रितु धवन की व्यावसायिक समझ ने मिलकर इंडिया टीवी को मीडिया की दुनिया में एक प्रमुख स्थान दिलाया है। इनकी जोड़ी न केवल पेशेवर सफलता की मिसाल है, बल्कि यह भी साबित करती है कि सपनों को सच करने के लिए साझेदारी और समर्थन कितना महत्वपूर्ण होता है। रितु और रजत की यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखते हैं और उन्हें हकीकत में बदलने का जुनून रखते हैं।