मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद, उन्होंने इंटेल कॉर्पोरेशन, फ्लिपकार्ट और रिलायंस पेमेंट सॉल्यूशन जैसी बड़ी कंपनियों में काम करके बिजनेस की गहरी समझ हासिल की। लेकिन हर्ष को नौकरी से संतोष नहीं मिला। उनके अंदर कुछ बड़ा करने की आग थी, जिसने उन्हें सुरक्षित करियर छोड़कर उद्यमिता की अनिश्चित दुनिया में कदम रखने के लिए प्रेरित किया।
2017 में, हर्ष ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर OKCredit की शुरुआत की, जिसने उन्हें करोड़ों का मालिक बना दिया।
उन्होंने देखा कि भारतीय MSME सेक्टर में बहीखाता रखने की पुरानी पद्धति एक बड़ी समस्या थी। इस समस्या को हल करने के लिए उन्होंने डिजिटल ऐप OKCredit बनाया, जो दुकानदारों के लिए क्रेडिट बहीखाता को आसान और सुरक्षित बनाता है। ग्राहकों की जरूरतों को समझकर और बिना किसी विज्ञापन के केवल मुंह-जबानी प्रचार से, OKCredit ने लाखों छोटे व्यापारियों को आकर्षित किया और देखते ही देखते भारतीय बाजार में छा गया।
OKCredit की सफलता ने हर्ष को करोड़पति बना दिया, लेकिन उन्होंने यहीं रुकना सही नहीं समझा।
अपनी संपत्ति को और बढ़ाने के लिए उन्होंने Angel Investor के रूप में नए स्टार्टअप्स में निवेश करना शुरू किया। फ्लिपकार्ट और इंटेल में काम करने का अनुभव उन्हें स्मार्ट इन्वेस्टमेंट में माहिर बनाता है, जिससे वे तेजी से अपनी नेट वर्थ बढ़ा रहे हैं। हालांकि उनकी सटीक संपत्ति का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह निश्चित है कि वे करोड़ों के मालिक हैं और भारतीय स्टार्टअप जगत में एक प्रभावशाली नाम बन चुके हैं।
हर्ष पोखरना की कहानी सिर्फ प्रेरणादायक नहीं, बल्कि अमीरी के राज भी सिखाती है।
उन्होंने यह साबित कर दिया कि बड़ी सोच, सही रणनीति और जोखिम उठाने की हिम्मत से कोई भी करोड़पति बन सकता है। उनका सफर दिखाता है कि अगर आप पारंपरिक समस्याओं को डिजिटल युग में हल करने का साहस रखते हैं, तो सफलता निश्चित है। हर्ष न सिर्फ OKCredit को और ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं, बल्कि भारतीय उद्यमिता को भी नए आयाम देना चाहते हैं। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि सपने देखने के साथ-साथ उन्हें पूरा करने की हिम्मत भी होनी चाहिए।